महामारी को रोकने गूगल सरकारों तक पहुंचा रहा लॉकडाउन में लोगों की लोकेशन का डेटा

 कोरोनावायरस से परेशान सरकारों की मदद अब गूगल करेगी। उसने 131 देशों के लाखों फोन यूजर्स के लोकेशन के डेटा की रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट से यह दर्शाने में मदद मिलेगी कि जिस समय कई देशों में सरकारों ने लोगों को घर पर रहने का आदेश जारी किया था तो उस दौरान दुकानों, पार्क और ऑफिस पर जाने वालों की संख्या में कमी आई या नहीं। 3 अप्रैल से गूगल ने पूरी दुनिया के यूजर्स की लोकेशन का डेटा शेयर करना शुरू कर दिया है, ताकि सरकारों को कोरोनावायरस से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सही आंकड़ा मिल सके।


131 देशों के यूजर्स की रिपोर्ट


गूगल के ब्लॉग पर एक पोस्ट के मुताबिक, 131 देशों के यूजर्स की आवाजाही पर रिपोर्ट विशेष वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी और भूगोल की मदद से समय दर समय आवाजाही की स्थिति अंकित होती रहेगी। गूगल मैप्स के हेड जेन फिट्जपैट्रिक और कंपनी की मुख्य स्वास्थ्य अधिकरी केरेन डीसाल्वो ने कहा कि ये रूझान पार्क, दुकानों, घरों और ऑफिस जैसे स्थानों तक हुए दौरों में प्रतिशत प्वाइंट के हिसाब से बढ़ोतरी या कमी को प्रदर्शित करेगा। कोई एक व्यक्ति कितनी बार इन स्थानों पर गया, यह नहीं बताएगा। 


पोस्ट में कहा गया है कि यह सूचना अधिकारियों को आवश्यक दौरों में बदलावों को समझने में मदद करेगी और कामकाजी घंटों पर अनुशंसाओं को विकसित करने में या डिलिवरी सेवाओं पर सुझाव आदि देने में मददगार साबित हो सकती हैं। बता दें कि संक्रमण के इस दौर में चीन, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया समेत कई देशों ने अपने लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए अधिक-अधिक से ऐप का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था। गूगल की लोकेशन हिस्ट्री से यूजर्स की सक्रियता का पता आसानी से लगाया जा सकेगा।


भारत में 21 दिन का लॉकडाउन


कोरोनावायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन लगाया है। यह एक तरह का कर्फ्यू है, लेकिन इसमें जरूरत की चीजें जैसे किराना, सब्जी, दवाइयां, अस्पताल खुले रहेंगे। हालांकि, लोग किसी भी पब्लिक प्लेस पर एक साथ नहीं आ पाएंगे।